विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल ने बदली रणनीति
भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा लगातार की जा रही घोषणाओं को देख अब कांग्रेस ने चुनाव अभियान के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर रणनीति में बदलाव किया है। कांग्रेस पहले अपनी पांच गारंटी को मुख्य मुद्दा बनाकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रही थी, मगर अब इसके साथ ही भ्रष्टाचार को भी मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति तय की गई है।
भाजपा सरकार द्वारा लगातार की जा रही घोषणाओं को देख अब कांग्रेस भी चिंतित हो उठी है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने पहले से पांच गारंटी को लेकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी की थी। कांग्रेस विकास के साथ इन पांच गारंटी को लेकर ही मतदाता के बीच पहुंचने की तैयारी कर चुकी थी। मगर अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पांच गारंटी के अलावा भ्रश्टाचार को भी मुख्य मुद्दा बनाने की बात कही है। राहुल ने पार्टी नेताओं से कर्नाटक की तर्ज पर प्रचार का प्लान तैयार करने को कहा है। यही कारण है कि कांग्रेस ने अपना रास्ता बदलकर लाभ देने की बजाय भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना शुरू कर दिया। कांग्र्रेस की इस रणनीति के चलते ष्शुक्रवार को आरोप पत्र जारी किया गया है। अगले महीने कांग्रेस इस आरोप पत्र को विभागवार फिर जारी करेगी। कांग्रेस के इस आरोप पत्र में भ्रष्टाचार को ही मुख्य मुद्दा बनाया गया है। आरोप पत्र में भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों को ही शामिल किया गया है। कांग्रेस ने अब तक कर्जमाफी, नारी सम्मान योजना, 500 रूपए में गैस सिलेंडर देने, वृद्धा पेंशन योजना और 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली, पुरानी पेंशन लागू करने पर फोकस किया है, लेकिन अब, पार्टी घोटालों को उजागर कर रही है।
इसलिए बदलनी पड़ रही रणनीति
सरकार की लाड़ली बहना योजना के क्रियांवयन के बाद सरकार द्वारा इसमें दी जा रही राशि को तीन हजार रूपए तक करने की घोशणा के बाद कांग्रेस की नारी सम्मान योजना का प्रदेश के मतदाता पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। साथ ही किसानों का मुद्दा 2018 के चुनाव में कांग्रेस का मुख्य मुद्दा था, मगर इसका लाभ इस बार मिलेगा इसे लेकर कांग्रेस नेता खुद संशय में हैं। वहीं कर्मचारियों को लेकर सरकार द्वारा लगातार की जा रही घोशणाओं के चलते कांग्रेस की पुरानी पेंशन योजना भी प्रभावहीन ही साबित होती नजर आ रही है। इसके चलते कांग्रेस को मजबूरी में कर्नाटक की तर्ज पर मुद्दा बदलकर भ्रश्टाचार को मुद्दा बनाना पड़ रहा है। कांग्रेस पांच गारंटी के साथ मुख्य रूप से भ्रष्टाचार को लेकर चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति तय कर चुकी है।