नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जोहानसबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) रवाना हो चुके हैं. पीएम मोदी 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका में रहेंगे. इस दौरान वो कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी चीनी राष् बता दें कि 15वें ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका कर रहा है. दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर पीएम मोदी यहां का दौरा कर रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका के दौरै के बाद पीएम मोदी ग्रीस की यात्रा करेंगे. प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के निमंत्रण पर पीएम मोदी की यह पहली ग्रीस यात्रा होगी. बता दें कि पीएम मोदी 40 साल में ग्रीस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. 1983 में तत्कालिन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एथेंस की यात्रा की थी. इस दौरान दोनों देश व्यापार, इंवेस्टमेंट, डिफेंस और बुनियादी ढांचे में सहयोग पर चर्चा करेंगे.
पीएम मोदी का कार्यक्रम- दिल्ली से पीएम मोदी सुबह 7.00 बजे जोहानसबर्ग के लिए रवाना होंगे. आज शाम को ही वह जोहानसबर्ग पहुंच जाएंगे. ब्रिक्स सम्मेलन की पूर्व संध्या पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
शाम 5.15 (भारतीय समयानुसार) बजे प्रधानमंत्री मोदी जोहानसबर्ग पहुंचेंगे.
शाम 7.30 बजे ब्रिक्स बिजनेस फोरम में भाग लेंगे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावा भारत से जाने वाले उद्योगपतियों का एक डेलीगेशन भाग लेगा.
रात 9.30 बजे प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स नेताओं के रिट्रीट कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. यह कार्यक्रम क्लोज डोर होगा.
बताया जा रहा है कि रिट्रीट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हो सकती है. इससे पहले बाली (इंडोनेशिया) में जी-20 सम्मेलन के सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. लगभग साल भर बाद दोनों देशों ने माना था कि मोदी-जीनपिंग की छोटी सी मुलाकात में सीमा विवाद पर भी चर्चा हुई थी.
दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक की भी बात कही जा रही है. अगर यह द्विपक्षीय बैठक होती है तो मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध के बाद यह इनके बीच पहली बैठक होगी. हालांकि आधिकारिक तौर पर विदेश सचिव ने कहा है कि मुलाकात का कार्यक्रम अभी फाइनल नहीं है.
बता दें कि 2019 के बाद ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) नेताओं की यह पहली फिजिकल प्रजेंस में होने वाली बैठक होगी. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने पहले ही शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए जोहानसबर्ग नहीं जाने की घोषणा की है. बता दें कि ब्रिक्स पांच विकासशील देशों का समूह है जो विश्व की 41 प्रतिशत आबादी, 24 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी और 16 प्रतिशत वैश्विक कारोबार का प्रतिनिधित्व करता है.