दस के बजाय सात घंटे बिजली उपलब्ध कराने का लिया फैसला
भोपाल। प्रदेश में मानसून के रूठने और बारिश न होने को लेकर किसान वैसे ही चिंतित था, इसके साथ ही उसकी चिंता को प्रदेश के उर्जा विभाग ने और बढ़ा दिया है। उर्जा विभाग ने किसानों को अब सात घंटे बिजली देने का प्लान बनाया है। पहले किसानों को दस घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही थी।
प्रदेश में बारिश के न होने से बिजली की आपूर्ति गड़बढ़ा सकती है। इसे लेकर उर्जा विभाग चिंतित हो उठा है। विभाग ने इस समस्या से निजात पाने के लिए किसानों को उपलब्ध कराई जाने वाली दस घंटे तक बिजली को सात घंटे उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। उर्जा विभाग के नए प्लान के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 11 केवी फीडर से की जाने वाली सप्लाई में कटौती को लेकर 3 कैटेगरी के जिलों में रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक और सुबह 10 से दोपहर बाद 4 के बीच बिजली सप्लाई का टाइम अलग-अलग शेड्यूल में तय किया गया है। इसके अलावा सुबह 5 से 10 के बीच और शाम 5 से रात 11 बजे के बीच पीक आवर्स के लोड के चलते इस अवधि में जिलों में ग्रामीण क्षेत्र की फीडर सप्लाई बंद रहेगी। यह प्लान 2 सितंबर से दो-तीन दिन के लिए लागू करने के नाम पर जारी किए गए हैं।
तीन कैटगिरी में बांटे जिले
ए कैटेगरी में मंडला, पन्ना, रीवा, अनूपपुर, दमोह, भिंड, गुना, ग्वालियर, अशोक नगर, दतिया और मुरैना जिले शामिल हैं।
बी कैटेगरी में सिवनी, शहडोल, भोपाल सिटी, शाजापुर, मंदसौर, बुरहानपुर, जबलपुर सिटी, विदिशा, बालाघाट, सीधी, रायसेन, झाबुआ, रतलाम, छतरपुर, डिंडौरी, कटनी, राजगढ़, सीहोर, टीकमगढ़, नरसिंहगढ़, इंदौर सिटी, सागर, सतना, धार, बड़वानी, देवास, आगर, नीमच, उज्जैन, बैतूल, खंडवा, खरगोन, छिंदवाड़ा, श्योपुर, शिवपुरी, होशंगाबाद, हरदा जिले और बुधनी विद्युत संभाग शामिल किए गए हैं।
सी कैटेगरी में सिंगरौली और उमरिया जिलों को रखा गया है।