. धान के खेत में मवेशी घुस जाने के विवाद पर बुधवार 13 सितम्बर की सुबह पाल और दांगी समाज के लोगों के बीच हुआ विवाद गोलीकांड में बदल गया. इस सामूहिक नरसंहार में पांच लोगों की मौत हो गई. जिनमें दांगी समाज के तीन और पाल समाज के दो लोगों की जान चली गई, जबकि आधा दर्जन लोग घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में एक ही परिवार के पिता-पुत्र और भाई शामिल हैं.
आधे घंटे चली गोलियां
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम रेंडा में बुधवार सुबह प्रकाश दांगी का गांव के ही प्रीतम पाल से उसके धान के खेत में मवेशी घुस जाने को लेकर विवाद हुआ था. जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग बंदूक और अन्य हथियार लेकर आमने-सामने आ गए. देखते ही देखते फायरिंग शुरू हो गई. करीब आधा घंटे से अधिक की गोलीबारी में पूरा गांव गोलियों की आवाज से गूंज उठा
इन लोगों की हुई मौत
इस गोलीकांड में प्रकाश दांगी पुत्र भैयालाल, उसका पुत्र सुरेंद्र दांगी और भाई रामनरेश दांगी की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं दूसरे पक्ष पाल समाज के दो लोगों में राजेंद्र पाल और राघवेंद्र पाल की मौत हुई है. घटना के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया. साथ ही शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया. घायलों को भी उपचार के लिए वाहन से अस्पताल पहुंचाया. इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.
तीन दिन पहले भी हुआ था विवाद
बताया जाता है कि मवेशी घुसने की घटना को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीन दिन पहले भी विवाद हुआ था. जिसे लेकर राजीनामे की कोशिश कराई गई. लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ. बुधवार सुबह इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया.