नई दिल्ली. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है. रूस में आयोजित 8वें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) के दौरान पुतिन ने अपने ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े बिजनेसमैन से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें पीएम मोदी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम से सीखना चाहिए. वो इसे प्रमोट कर अपने देश के लिए सही कर रहे हैं.
पुतिन ने कहा कि भारत पहले ही पीएम मोदी के नेतृत्व में अपनी नीतियों के माध्यम से उदाहरण स्थापित कर चुका है. युक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद रूस पर पश्चिमी देशों ने ढेरों प्रतिबंध लगाए हुए हैं. यही वजह है कि रूस की अर्थव्यवस्था इस वक्त चरमराई हुई है. ऐसे में व्लादिमीर पुतिन उद्योग जगत को पीएम मोदी की तर्ज पर देश को आत्मनिर्भर बनने की सीख दे रहे हैं.
व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ‘आप जानते हैं, तब हमारे पास घरेलू स्तर पर निर्मित कारें नहीं थीं, लेकिन अब हमारे पास हैं. यह सच है कि वे मर्सिडीज या ऑडी कारों की तुलना में अधिक मामूली दिखती हैं, जिन्हें हमने 1990 के दशक में बड़ी मात्रा में खरीदा था, लेकिन यह कोई मुद्दा नहीं है. मुझे लगता है कि हमें अपने कई साझेदारों को फॉलो करना चाहिए, उदाहरण के लिए, भारत. वे भारतीय निर्मित वाहनों के निर्माण और उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने में सही काम कर रहे हैं.’
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस में निर्मित ऑटोमोबाइल का उपयोग करना बिल्कुल ठीक है. रूस राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए संवाद की ट्रांसक्रिप्ट में कहा गया, ‘हमारे पास रूस में निर्मित ऑटोमोबाइल हैं और हमें उनका उपयोग करना चाहिए. यह बिल्कुल ठीक है. ऐसा करने से डब्ल्यूटीओ दायित्वों का कोई उल्लंघन नहीं होगा. यह राज्य की खरीद से संबंधित होगा.’
व्लादिमीर पुतिन ने आगे कहा, ‘हमें इसके बारे में एक निश्चित सीरीज बनानी चाहिए. विभिन्न वर्गों के अधिकारी कार चला सकते हैं ताकि वे घरेलू स्तर पर निर्मित कारों का उपयोग करेंगे. आप शायद इन कारों की खरीद जारी रखने के प्रस्ताव के बारे में जानते हैं. ऐसा करना आसान होगा, क्योंकि लॉजिस्टिक्स सुव्यवस्थित है.’