मंडला के एक प्रत्याशी की अजीब अपील
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आदिवासियों के लिए आरक्षित मंडला विधानसभा सीट पर एक प्रत्याशी ने मतदाताओं से अजीब से अपील की है। प्रत्याशी का कहना है कि जो शराब पीता हो वही उसे वोट दे। शराब न पीने वाले वोट न दें।
क्रांति जनशक्ति पार्टी ने मंडला विधानसभा सीट के लिए अपना प्रत्याशी रघु वायाम उर्फ परसराम वायाम को घोशित किया है। इस प्रत्याशी ने पार्टी का उम्मीदवार बनने के बाद मैदानी सक्रियता भी बढ़ा दी है और एक पर्चा भी छपवाकर मतदाताओं को वितरित किया जा रहा है। प्रत्याशी रघु वायाम ने पर्चे में मतदाताओं से अपील की है कि जो शराब का सेवन करने वाला मतदाता ही उन्हें वोट करें, या फिर शराब पीना ही बंद कर दें। उन्होंने अपनी अपील में साफ कहा है कि शराब ना पीने वाले मतदाता उन्हें वोट न दें। उन्होंने पर्चे में कहा है कि जो झूठ का सहारा लेकर मुझे वोट देगा,उसे ईश्वर दंड देंगे। पर्चे में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की नीति पर मुझे भरोसा है कि ष्शराब पीने वाले अगर मुझे वोट देंगे तो मैं भारी बहुमत से जीत हासिल करूंगा।
दरअसल रघु वायाम ने आदिवासी अंचल में शराब के बढ़ते नशे के आदि हो रहे आदिवासियों को ष्शराब से मुक्ति दिलाने के लिए यह अपील की है। अपील के पीछे पर्चे में उन्होंने तर्क भी दिया है कि प्रदेश सरकार की आबकारी नीति के तहत अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में आदिवासियों को ष्शराब पीने और बनाने की छूट दी गई है। इस छूट के तहत पांच से लेकर पैंतालीस लीटर शराब आदिवासी बना सकता है और पी भी सकता है। सरकार की इस नीति के तहत आदिवासी अंचल में शराब पीने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे आदिवासी वर्ग चिंतित हो उठा है। इस छूट के कारण आदिवासी ही नहीं, बल्कि अन्य वर्ग के लोग भी शराब का ज्यादा सेवन करने लगे हैं, जो नुकसानदायक है।
सफल रहे तो दूसरे क्षेत्रों में कराएंगे अपील
क्रांति जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलजार सिंह मरकाम का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से सहित अन्य दलों के नेता भी शराबबंदी के पक्ष में हैं। वहीं सरकार की नीति के चलते आदिवासी अंचलों में आदिवासी वर्ग अब पहले ही अपेक्षा ज्यादा इस व्यसन में डूब रहा है। इसके चलते अपने अभी एक विधानसभा क्षेत्र में प्रयोग के तौर पर यह अपील जारी की है। अगर हम यहां सफल रहे तो अन्य आदिवासियों के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों से भी इस तरह की अपील जारी कराकर लोगों को शराब से दूर रहने का संदेश देंगें।
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आदिवासियों के लिए आरक्षित मंडला विधानसभा सीट पर एक प्रत्याशी ने मतदाताओं से अजीब से अपील की है। प्रत्याशी का कहना है कि जो शराब पीता हो वही उसे वोट दे। शराब न पीने वाले वोट न दें।
क्रांति जनशक्ति पार्टी ने मंडला विधानसभा सीट के लिए अपना प्रत्याशी रघु वायाम उर्फ परसराम वायाम को घोशित किया है। इस प्रत्याशी ने पार्टी का उम्मीदवार बनने के बाद मैदानी सक्रियता भी बढ़ा दी है और एक पर्चा भी छपवाकर मतदाताओं को वितरित किया जा रहा है। प्रत्याशी रघु वायाम ने पर्चे में मतदाताओं से अपील की है कि जो शराब का सेवन करने वाला मतदाता ही उन्हें वोट करें, या फिर शराब पीना ही बंद कर दें। उन्होंने अपनी अपील में साफ कहा है कि शराब ना पीने वाले मतदाता उन्हें वोट न दें। उन्होंने पर्चे में कहा है कि जो झूठ का सहारा लेकर मुझे वोट देगा,उसे ईश्वर दंड देंगे। पर्चे में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की नीति पर मुझे भरोसा है कि ष्शराब पीने वाले अगर मुझे वोट देंगे तो मैं भारी बहुमत से जीत हासिल करूंगा।
दरअसल रघु वायाम ने आदिवासी अंचल में शराब के बढ़ते नशे के आदि हो रहे आदिवासियों को ष्शराब से मुक्ति दिलाने के लिए यह अपील की है। अपील के पीछे पर्चे में उन्होंने तर्क भी दिया है कि प्रदेश सरकार की आबकारी नीति के तहत अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में आदिवासियों को ष्शराब पीने और बनाने की छूट दी गई है। इस छूट के तहत पांच से लेकर पैंतालीस लीटर शराब आदिवासी बना सकता है और पी भी सकता है। सरकार की इस नीति के तहत आदिवासी अंचल में शराब पीने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे आदिवासी वर्ग चिंतित हो उठा है। इस छूट के कारण आदिवासी ही नहीं, बल्कि अन्य वर्ग के लोग भी शराब का ज्यादा सेवन करने लगे हैं, जो नुकसानदायक है।
सफल रहे तो दूसरे क्षेत्रों में कराएंगे अपील
क्रांति जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलजार सिंह मरकाम का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से सहित अन्य दलों के नेता भी शराबबंदी के पक्ष में हैं। वहीं सरकार की नीति के चलते आदिवासी अंचलों में आदिवासी वर्ग अब पहले ही अपेक्षा ज्यादा इस व्यसन में डूब रहा है। इसके चलते अपने अभी एक विधानसभा क्षेत्र में प्रयोग के तौर पर यह अपील जारी की है। अगर हम यहां सफल रहे तो अन्य आदिवासियों के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों से भी इस तरह की अपील जारी कराकर लोगों को शराब से दूर रहने का संदेश देंगें।