भोपाल. एमपी में भारतीय जनता पार्टी वर्तमान हालात को देखते हुए बड़े फेरबदल कर रही है, दूसरी सूची में सात लोकसभा सदस्यों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाकर चौंका दिया है. इनमें तीन तो केंद्रीय मंत्री है. इसी तरह प्रदेश की 50 और सीटों पर भी बड़ा फे रबदल होने की चर्चा है, जिसमें वर्तमान विधायक से लेकर मंत्री तक का टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. जिसमें जबलपुर के पांच विधानसभा क्षेत्र में भी जीते हुए भाजपा विधायकों में से दो के टिकट कटने के आसार प्रबल है.
सूत्रों की माने तो भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में नए फार्मूले के तहत काम कर रही है. जिसके चलते संगठन द्वारा ऐसी विधानसभा सीटों पर भी फेरबदल कर सकती है जहां पर भाजपा के विधायक काबिज है उनमें से कुछ शिवराज सरकार में मंत्री भी है. जिसका एक कारण यह भी है कि दूसरे दलों को छोड़कर आए नेता इसी आश्वासन पर आए है कि उन्हे प्रत्याशी बनाया जाएगा. जिसमें एक मोनिका बट्टी है जो गोगपा छोड़कर आई है, उन्हे भी अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया गया है. इन्हे नए चेहरों को मौका देने के लिए पार्टी संगठन परफारमेंस को देखते हुए टिकट बदलने पर विचार चुका है, जिसमें 50 के करीब विधायक है जो राडार पर है, उनका टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया जाए. भाजपा का नया फार्मूला कितना सफल होगा कितना नहीं, यह तो आने वाले समय में पता चलेगा. अभी तो संगठन द्वारा निर्णय जा निर्णय से उन दावेदारों की सांसे अटकी है जो चुनाव लडऩे की तैयारी किए बैठे है.
क्योंकि दूसरी सूची ने सभी की नींदे उड़ा दी है, अब क्या होगा. खासबात तो यह है कि टिकट वितरण को लेकर केंद्रीय संगठन द्वारा निर्णय लिया जा रहा है जिसकी प्रदेश स्तर के नेताओं को भी भनक नहीं है. चर्चाओं में यह बात भी सामने आ रही है कि जबलपुर की पांच विधानसभा सीटों में भी बड़ा फेरबदल किया जा सकता है, इनमें से दो सीट ऐसी है जिनपर अभी भाजपा के विधायक ही काबिज है उनका टिकट काटकर नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है. इसके अलावा दो सीटें है जहां पर प्रत्याशी रिपीट होगें. एक विधानसभा क्षेत्र उत्तरमध्य है जहां दावेदारों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है, उसे लेकर संगठन द्वारा विचार मंथन किया जा रहा है क्योंकि अभी तक जिन दावेदारों के नाम सामने आए है, उनके नामों का सर्वे कराया गया है तो जमीनी आधार पार्टी को नजर नहीं आया है. न ही कार्यकर्ता उन्हे पसंद कर रहे है. पार्टी इस क्षेत्र से ऐसा चेहरा सामने लाने पर विचार कर रही है जिसका जमीनी आधार हो, वह पार्टी के लिए हमेशा सक्रिय होकर कार्य करता हो, हालांकि एक नाम पर पार्टी संगठन विचार करता है तो यह सीट भाजपा वापस पाने में कामयाब हो सकती है, वह नाम है संदीप जैन गुड्डा, जो पार्टी के लिए पूरी तरह से समर्पित भाव से सक्रिय होकर कार्य कर रहा है, समरसता संगठन बनाकर सभी समाजों को एक सूत्र में बांधने का काम भी संगठन ने किया है, जिसे हर समाज से सराहना मिली है, खासबात तो यह है कि यह कोई राजनैतिक संगठन नहीं है, जिसके चलते हर वर्ग इससे जुड़ता ही जा रहा है. ऐसे में इस नाम पर विचार करना पार्टी के हित में हो सकता है, पार्टी अपने गढ़ को वापस पाने में सफल रहेगी.