नई दिल्ली. गाजा पट्टी पर जहां फिलिस्तीन के नागरिकों को शरण लेने को कहा गया था. ये धमाका गाजा शहर में मौजूद ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च में हुआ. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस चर्च पर यह हमला हुआ, वो गाजा के अल-ज़ायटौन क्षेत्र में स्थित है. इसका नाम सेंट पोर्फिरियस बताया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च में मरने वालों की तादात बढ़कर आठ हो चुकी है. वहीं दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं. हमले में मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी हैं.
कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमले में चर्च के मैनेजमेंट ऑफिस की इमारत पूरी तरह से गिर गई है. इसमें कई फिलिस्तीनी परिवारों ने शरण ली थी. इनमें ईसाई और मुस्लिम दोनों धर्मों के परिवार थे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियों में घायलों को गाजा के अस्पताल ले जाते दिखाया गया है.
चर्च पर हमले को लेकर फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास की ओर से एक बड़ा बयान जारी किया गया है. इसमें इजरायल पर बड़ा आरोप लगाया गया है. हमास के अनुसार, गाजा में मौजूद चर्च पर इजरायल एयर फ़ोर्स ने बम गिराया. यह बमबारी धार्मिक स्थानों में शरण लिए नागरिकों पर की गई. यह एक और अपराध है. हमास का कहना है कि इससे पहले यहां के एक अस्पताल पर भी हमला किया गया. अब एक प्राचीन चर्च सेंट पोर्फिरियस को निशाना बनाया गया है. संगठन के अनुसार, इजरायली हमले के बाद चर्च में शरण लेने वाले कई ईसाई हताहत हुए हैं. इसके साथ चर्च कई बड़े भागों को भारी नुकसान हुआ है.
हमास की मांग है कि इस घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय निंदा करे. पूजा के स्थलों पर शरण लेने वाले नागरिकों के खिलाफ हमले फासीवादी आक्रामकता है. इसे रोका जाना चाहिए. इस बीच हमले को लेकर इजरायल की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है.