भाजपा और कांग्रेस को फोकस महिला मतदाता को रिझाने पर
भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में महिला मतदाता सरकार बनाने में अह्म भूमिका निभा सकती है। महिला मतदाताओं की बढ़ी संख्या को देख भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने महिलाओं को रिझाने के लिए पूरा प्रयास किया है। भाजपा को लाड़ली बहना योजना पर पूरा भरोसा है, तो कांग्रेस नारी सम्मान योजना को लेकर चुनाव मैदान में उतरी है।
प्रदेश में विधानसभा जीतकर सरकार बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों का फोकस महिला मतदाताओं पर है। प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या को देख दोनों ही दलों ने चुनाव के पहले से ही महिलाओं को फोकस कर रणनीति तैयार की थी। भाजपा इस मामले में कांग्रेस से आगे रही। भाजपा सरकार ने चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना शुरू कर महिलाओं के बीच पैठ जमाई है। भाजपा की इस योजना की सफलता को देख कांग्रेस ने भी नारी सम्मान योजना शुरू करने की घोषणा की है। कांग्रेस अपनी इस योजना को महिला मतदाता तक पहुंचा रही है। दोनों ही दलों को उम्मीद है कि महिला मतदाता इस बार चुनाव परिणामों को खासा प्रभावित करेंगी। इसके चलते दलों ने अपनी-अपनी रणनीति के तहत महिला मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की है, अब देखना यह है कि कौन इसमें सफल रहता है।
प्रदेश में महिला मतदाता
निर्वाचन आयोग के अनुसार प्रदेश में पांच करोड़ मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 72 लाख है। यह कुल मतदाताओं के 49 फीसदी है। आयोग के अनुसार नई मतदाता सूची में बड़ी संख्या में महिला मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। प्रदेश के 52 जिलों में से 41 ऐसे जिले हैं जहां पर नई मतदाता सूची में महिला मतदाताओं के नए नाम ज्यादा संख्या में जुड़े हैं। आयोग के अनुसार सात लाख से ज्यादा महिला मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े गए हैं, इसके विपरीत 6.32 लाख पुरूश मदताताओं के नए नाम सूची में जुड़े हैं।
बढ़ता जा रहा मतदान प्रतिशत
प्रदेश में वर्ष 2013 के चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 73.86 था तो महिलाओं का मतदान प्रतिशत 70.09 प्रतिशत था। इसी तरह वर्ष 2018 में कुल मतदान प्रतिशत 74.84 रहा था। इसमें पुरुष मतदान 75.84 प्रतिशत और महिला मतदान 74.01 प्रतिशत रहा था। देखा जाए तो पिछले चुनावों के मुकाबले महिलाओं के मतदान का प्रतिशत बढ़ रहा है। इस वर्ष महिलाओं को कई योजनाओं के लाभ और उनकी जागरूकता से महिला मतदान प्रतिशत अच्छा रहने का अनुमान है। वहीं महिला मतदाताओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है।