नौकरशाहों से लेकर राजनेता भी लगा रहे अटकलें
भोपाल। प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसे लेकर इन दिनों नौकरशाहों के अलावा राजनेता भी कयास लगा रहे हैं। वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस 30 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे, उसके बाद इस कुर्सी पर कौन बैठेगा इसका खुलासा निर्वाचन आयोग ने अभी तक नहीं किया है। मगर इस पद को लेकर इन दिनों मंत्रालय से लेकर राजनीतिक दलों के कार्यालयों में खासा चर्चा है।
प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव के मतदान की मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस स्थिति में आचार संहिता के चलते मामला चुनाव आयोग के पास अटका हुआ है। आयोग ने अभी यह फैसला नहीं किया कि कौन सा कदम उठाएगा। माना जा रहा है कि आयोग बैस की एक माह की सेवा वृद्धि कर सकता है या फिर वरिष्ठता क्रम के चलते वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को इस पद का प्रभार सौंप सकता है। फिलहाल इस पद के लिए अटकलों का बाजार गर्म है। नौकरशाहों से लेकर राजनीतिक दलों तक में चुनाव नतीजों के अलावा अगला मुख्य सचिव कौन होगा इसकी चर्चा ज्यादा है।
सूत्रों की माने तो आयोग भी यह चाहता है कि अगली सरकार ही इस पद के लिए कोई फैसला करें। इसे देखते हुए इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की सरकार आती है तो वीरा राना, मोहम्मद सुलेमान, मलय श्रीवास्तव, राजेश राजौरा में से कोई मुख्य सचिव बन सकता है। वही अनुराग जैन को भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस बुलाया जा सकता है। इसके अलावा अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से संजय बंदोपाध्याय को वापस बुलाया जा सकता है या फिर मोहम्मद सुलेमान को भी मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।
भोपाल। प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसे लेकर इन दिनों नौकरशाहों के अलावा राजनेता भी कयास लगा रहे हैं। वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस 30 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे, उसके बाद इस कुर्सी पर कौन बैठेगा इसका खुलासा निर्वाचन आयोग ने अभी तक नहीं किया है। मगर इस पद को लेकर इन दिनों मंत्रालय से लेकर राजनीतिक दलों के कार्यालयों में खासा चर्चा है।
प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। राज्य में विधानसभा चुनाव के मतदान की मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस स्थिति में आचार संहिता के चलते मामला चुनाव आयोग के पास अटका हुआ है। आयोग ने अभी यह फैसला नहीं किया कि कौन सा कदम उठाएगा। माना जा रहा है कि आयोग बैस की एक माह की सेवा वृद्धि कर सकता है या फिर वरिष्ठता क्रम के चलते वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को इस पद का प्रभार सौंप सकता है। फिलहाल इस पद के लिए अटकलों का बाजार गर्म है। नौकरशाहों से लेकर राजनीतिक दलों तक में चुनाव नतीजों के अलावा अगला मुख्य सचिव कौन होगा इसकी चर्चा ज्यादा है।
सूत्रों की माने तो आयोग भी यह चाहता है कि अगली सरकार ही इस पद के लिए कोई फैसला करें। इसे देखते हुए इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की सरकार आती है तो वीरा राना, मोहम्मद सुलेमान, मलय श्रीवास्तव, राजेश राजौरा में से कोई मुख्य सचिव बन सकता है। वही अनुराग जैन को भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस बुलाया जा सकता है। इसके अलावा अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से संजय बंदोपाध्याय को वापस बुलाया जा सकता है या फिर मोहम्मद सुलेमान को भी मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।