देवास. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने देश के चार राज्यों में एक साथ दबिश दी है. जिसमें MP के देवास स्थित सतवास में सुबह 6 बजे टीम के अधिकारियों ने लियाकत पिता इदु के घर छापा मारा है. बिहार से आई NIA की पांच सदस्यीय टीम ने लियाकत से करीब चार घंटे तक पूछताछ की है.
सूत्रों की माने तो NIA की टीम देर रात ढाई बजे के लगभग सतवास थाना पहुंची और पुलिस की मदद से संदिग्ध लियाकत के घर व आसपास की जानकारी एकत्र की, इसके बाद 6 बजे लियाकत के घर धावा बोल दिया. अधिकारियों लियाकत से बंद कमरे में करीब चार घंटे तक पूछताछ करते हुए मोबाइल फोन व सिम जब्त कर ली थी. खबर है कि NIA की टीम किसी इंटरनेशनल कॉल रैकेट व देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के साथ सोशल मीडिया पर जुड़े होने की आशंका के चलते लियाकत से पूछताछ के लिए आई थी. आसपास के लोगों से पूछताछ में यह पता चला कि लियाकत का पूरा परिवार मजदूरी करता है और लियाकत इन दिनों बीमार है. NIA की टीम ने MP के अलावा गुजरात के गिर, सोमनाथ, UP के आजमगढ़, केरल के कोझिकोड में भी संदिग्धों के घरों पर दबिश दी है. जिन संदिग्धों के घरों पर दबिश दी गईहै, उनके पाकिस्तान से कनेक्शन की बात सामने आई है, जो पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिन्द के कट्टरपंथी भारत विरोधी विचारों का प्रचार-प्रसार करने में शामिल है. गौरतलब है कि यह पूरा मामला 14 जुलाई 2022 को शुरु हुआ है जब बिहार के पटना जिले में फुलवारी शरीफ पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया था. जिससे पूछताछ के बाद NIA ने FIR दर्ज की थी. मरगूब वॉट्सएप ग्रुप गजवा-ए-हिंद का एडमिन था. जिसे जैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने बनाया था. मरगूब ने भारत के साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश व यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को ग्रुप में शामिल किया था. वह टेलीग्राम व वीआईपी मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सक्रिय रहा. जांच के अनुसार मरगूब भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल जुटाने के मकसद से ग्रुप के सदस्यों को प्रेरित करने की कोशिश कर रहा था. गौरतलब है कि NIA की टीम द्वारा जबलपुर शहर में भी दबिश देकर संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ क ी गई थी, जिसमें कई अहम जानकारी NIA के हाथ लगी थी.