नई दिल्ली. भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी है. दरअसल, जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को 5.9 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है. दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आधिकारिक डेटा आने के बाद यह बढ़ोतरी की गई.
हालांकि ब्रोकरेज कंपनियों के अर्थशास्त्रियों ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रोथ रेट 5.6 प्रतिशत तक धीमी होने का अनुमान है. उन्होंने एक बयान में कहा कि चुनाव से पहले पब्लिक केपेक्स में सुस्ती, ग्रामीण मांग और प्राइवेट केपेक्स में गिरावट, वैश्विक नरमी के कारण 2024-25 में ग्रोथ रेट घट सकती है.
एफवाई 24 की दूसरी तिमाही में 7.6 फीसदी रही विकास दर
बता दें कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर के बीच देश की अर्थव्यवस्था ने 7.6 फीसदी के दर से विकास किया है. इसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान जीडीपी 7.8 फीसदी रही थी. वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 6.3 फीसदी रही थी. ज्यादातर एनालिस्ट्स उम्मीद कर रहे थे कि दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर का आंकड़ा 6.8 फीसदी के आसपास रहेगा.
एसएंडपी ने भी बढ़ाया ग्रोथ का अनुमान
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने वित्तीय वर्ष 2024 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के विकास अनुमान को 6 फीसदी से बढ़ाकर 6.4 फीसदी कर दिया है. मजबूत घरेलू कारकों के कारण रेटिंग एजेंसी ने अपना विकास अनुमान में वृद्धि की है.