नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा अब एक नए विवाद में घिरती दिख रही हैं. संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामले में लोकसभा सदस्यता गंवा चुकीं मोइत्रा पर अब जासूसी करवाने का आरोप लगा है. वरिष्ठ अधिवक्ता जय अनंत देहाद्राई ने उन पर बंगाल पुलिस की मदद से अवैध निगरानी करवाने का आरोप लगाया है. दरअसल देहाद्राई ने ही मोइत्रा पर सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप लगाए थे, जिसके चलते उन्हें लोकसभा की सदस्यता से हाथ धोना पड़ा था.
सीबीआई और गृह मंत्रालय को दिए एक शिकायत में सुप्रीम कोर्ट के वकील ने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने अवैध रूप से अपने पूर्व प्रेमी के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) प्राप्त किए थे, क्योंकि उन्हें शक था कि उसका एक जर्मन महिला से अफेयर चल रहा था. यह महिला एक बड़ी सोशल मीडिया कंपनी की वरिष्ठ अधिकारी है.
देहाद्राई ने अपनी शिकायत में कुछ चैट के स्क्रीनशॉट और एक कथित सीडीआर सूची संलग्न करते हुए कहा, ‘मुझे यह जानकर हैरानी हुई कि मोइत्रा के पास बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मदद से उसके पूर्व प्रेमी का पूरी सीडीआर हिस्ट्री थी, जिसमें उसे उन लोगों के बारे में सटीक जानकारी थी जो उसके पूर्व प्रेमी के संपर्क में थे. इसमें दिन के चौबीसों घंटे उनके फोन के सटीक लोकेशन की भी जानकारी थी.’
देहाद्राई ने अपनी जान को खतरा जताते हुए कहा कि उनके पास यह मानने के बड़े मजबूत कारण हैं कि मोइत्रा उन पर अवैध निगरानी रखने के लिए बंगाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर रही थीं.