भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विशेष तैयारी की गई है। इस पर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के प्रवेश पत्र पर क्यूआर कोर्ड लगाएं गए हैं। इसके जरिए परीक्षार्थी की पहचान की जाएगी। इन क्यूआर कोड को एप के माध्यम से स्कैन करने पर छात्र-छात्राओं की पूरी डिटेल सामने आ जाएगी। इससे फर्जी परीक्षार्थी की पहचान की जा सकेगी।
मध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है, इससे परीक्षार्थी की पहचान की जाएगी। इससे फर्जी परीक्षार्थी की तुरंत पहचान हो सकेगी। यह बोर्ड की परीक्षा में पहला प्रयोग है। हालांकि सीबीएसई समेत दूसरे बोर्ड इसका उपयोग कर चुके हैं। क्यूआर कोड को एप के जरिए स्कैन किया जाएगा। यह एप बोर्ड की तरफ से बनाया गया है। जिसमें परीक्षार्थी की फोटो से लेकर पूरी डिटेल होगी। किसी परीक्षार्थी पर शंक होने पर प्रवेश पत्र के क्यूआर कोड को स्कैन करके फोटो समेत अन्य जानकारी का तुरंत ही मिलना किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल नकल रोकने के लिए काफी एहतियात बरतने वाला है। अब छात्राओं के प्रवेश पत्र में क्यूआर कोर्ड होने से न सिर्फ फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान आसान होगी बल्कि परीक्षा केंद्र पर एप से ही विद्यार्थियों की जानकारी सामने आ जाएगी।
मध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है, इससे परीक्षार्थी की पहचान की जाएगी। इससे फर्जी परीक्षार्थी की तुरंत पहचान हो सकेगी। यह बोर्ड की परीक्षा में पहला प्रयोग है। हालांकि सीबीएसई समेत दूसरे बोर्ड इसका उपयोग कर चुके हैं। क्यूआर कोड को एप के जरिए स्कैन किया जाएगा। यह एप बोर्ड की तरफ से बनाया गया है। जिसमें परीक्षार्थी की फोटो से लेकर पूरी डिटेल होगी। किसी परीक्षार्थी पर शंक होने पर प्रवेश पत्र के क्यूआर कोड को स्कैन करके फोटो समेत अन्य जानकारी का तुरंत ही मिलना किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल नकल रोकने के लिए काफी एहतियात बरतने वाला है। अब छात्राओं के प्रवेश पत्र में क्यूआर कोर्ड होने से न सिर्फ फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान आसान होगी बल्कि परीक्षा केंद्र पर एप से ही विद्यार्थियों की जानकारी सामने आ जाएगी।