भोपाल। राजधानी के निकट सीहोर में कल 11 जनवरी को संघ और भाजपा का चिंतन शिविर आयोजित किया गया है। इस शिविर में संघ पदाधिकारियों के साथ भाजपा संगठन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि शिविर में मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी बुलाया गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बुलाया गया है। शिविर में लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की जा सकती है।
भोपाल के निकट सीहोर में भाजपा और संघ के चिंतन शिविर में आरएसएस के कई नेता मौजूद रहेंगे। 11 जनवरी को आयोजित इस शिविर में भाजपा और संघ के बीच समन्वय का काम देखने वाले आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार भी मौजूद रहेंगे। चिंतन शिविर में अरुण कुमार के अलावा आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक दीपक विसुप्ते और अन्य वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। शिविर सीहोर के एक रिसॉर्ट में आयोजित किया जा रहा है। संगठन महासचिव हितानंद शर्मा ने रिसॉर्ट का निरीक्षण किया। शिवराज में अरुण कुमार की मौजूदगी काफी अहम मानी जा रही है। शिविर का मुख्य एजेंडा आगामी लोकसभा चुनाव होगा। इस दौरान पार्टी और संगठन के बीच समन्वय पर भी चर्चा होगी। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार इस तरह के शिविर का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आरएसएस ने अहम भूमिका निभाई। आरएसएस के पदाधिकारी राज्य में जगह-जगह पहुंचे और बैठकें कीं। बाद में उन्होंने जनमत को भाजपा के पक्ष में एकजुट किया। आरएसएस नेता लोकसभा चुनाव के लिए भी वैसी ही रणनीति बना रहे हैं जैसी उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए बनाई थी। वे लोगों के बीच जाएंगे और भाजपा के लिए जनमत जुटाएंगे।
गौरतलब है कि भाजपा के लिए अयोध्या में मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा मुख्य मुद्दा है। प्रतिष्ठा समारोह के बाद वे इस मुद्दे को लोगों तक कैसे ले जाएंगे, इस पर बैठक में चर्चा होगी। शिविर में उन मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है, जिन्हें सरकार प्राथमिकता देगी।