भव्य, दिव्य और अलौकिक स्वरूप में मनाया जाएगा सिंहस्थ कुंभ

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में अंकपात मार्ग स्थित श्रीराम मंदिर में दर्शन कर गादीपति श्री तुलसीदास महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने तुलसीदास महाराज का गादीपति बनने पर स्वागत-वंदन किया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ कुंभ अलौकिक स्वरूप से मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर मौजूद संतों को संबोधित करते हुए कहा कि सिंहस्थ-2028 कुंभ मेला भव्य, दिव्य और अलौकिक स्वरूप में मनाया जायेगा। सनातन धर्म की ध्वजा लहरा रही है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि उज्जयिनी के सम्राट विक्रमादित्य ने हजारों साल पहले अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाया था। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प से अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण होने पर श्रीराम प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिप्रा नदी में 2028 कुंभ मेले के पहले गन्दा पानी न मिले, इसका पुख्ता कार्य योजना तैयार की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बनाए अयोध्या भेजने वाले लड्डू
मुख्यमंत्री ने महाकालेश्वर प्रबंध समिति की चिंतामन स्थित लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई पहुँचकर अयोध्या के लिए बन रहे लड्डूओं की निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वयं भी लड्डू बनाए और उनकी पैकिंग भी की तथा लड्डू बना रहे कारीगरों से बातचीत भी की। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा 5 लाख लड्डू प्रसाद स्वरूप अयोध्या भेजे जा रहे हैं, इनमें से 4 लाख लड्डू बन चुके हैं तथा शेष एक लाख लड्डू बनाने का कार्य निरंतर जारी है।
नई शिक्षा नीति ने सनातन के गूढ़ रहस्य को समझाया
राजधानी भोपाल के समन्वय भवन में आयोजित श्री रामोत्सव सबके राम“ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में लागू नई शिक्षा नीति से युवा पीढ़ी के लिए ज्ञान विज्ञान की बातें जानने के साथ-साथ सनातन के गुण रहस्य को समझने का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है प्रभु श्री राम संस्कारों का ज्ञान करने के साथ-साथ पिता पुत्र और पति के कर्तव्यों का भान कराने के प्रभावी माध्यम हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य के शासन व्यवस्था के सिद्धांत और उनके विचार रामराज्य की आवधारणा के अनुरूप थे। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का क्रियान्वयन कार्यपालिका का दायित्व है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के समसामयिक वातावरण के अनुरूप रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह सनातन के प्रति आस्था को दृढ़ करेगा और जन-जन के लिए यह प्रेरणा का पाथेय सिद्ध होगा।

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