स्कूल शिक्षा विभाग ने लिखा सभी कलेक्टरों को पत्र
भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ अन्य परीक्षाओं के सोशल मीडिया पेपर लीक संबंधी भ्रामक जानकारी फैलाएँ जाने के विरूद्ध जिला कलेक्टर को स्कूल शिक्षा विभाग ने जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश जारी किये है। इस अभियान में शिक्षा विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी को सक्रिय सहयोग करने के निर्देश दिये गये है।
आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि बोर्ड परीक्षाओं के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर विद्यार्थियों से धोखाधड़ी करने वाले कई ग्रुप सक्रिय हो जाते है। यह ग्रुप झूठी जानकारी देकर भ्रम की स्थिति पैदा करते है। कई ग्रुप पैसों की मांग करते है और विद्यार्थियों को फर्जी पेपर उपलब्ध कराते है। इसके अलावा यह ग्रुप विद्यार्थियों को विभिन्न गेमिंग और अन्य हानिकारक सामग्री उपलब्ध कराने वाले एप्स से भी जोड़ देते है। इस वजह से विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को आर्थिक हानि होने के साथ मानसिक तकलीफ का भी सामना करना पड़ता है। यह ग्रुप जालसाजी करके विद्यार्थियों से यूपीआई डिटेल्स भी प्राप्त कर लेते है और ब्लेकमेल भी करते है। इन गतिविधियों के रोकने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जनजागरूकता अभियान चलाने का प्रयास कर रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने अभिभावकों और विद्यार्थियों से अपील की है कि उनके साथ इस तरह के कोई भी प्रस्ताव सोशल मीडिया एवं अन्य साधनों से प्राप्त होते है तो उन पर विश्वास न करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और कलेक्ट्रेट में इसकी जानकारी दें। इन सोशल ग्रुप के खिलाफ पुलिस के माध्यम से तत्काल कार्रवाई की जायेगी। विभाग ने सभी सरकारी और प्रायवेट स्कूल से इस मामले में सजग रहने के लिये कहा है। स्कूल प्रबंधकों से कहा गया है कि इस बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किया जायें।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने की अपील
भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ अन्य परीक्षाओं के सोशल मीडिया पेपर लीक संबंधी भ्रामक जानकारी फैलाएँ जाने के विरूद्ध जिला कलेक्टर को स्कूल शिक्षा विभाग ने जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश जारी किये है। इस अभियान में शिक्षा विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी को सक्रिय सहयोग करने के निर्देश दिये गये है।
आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि बोर्ड परीक्षाओं के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर विद्यार्थियों से धोखाधड़ी करने वाले कई ग्रुप सक्रिय हो जाते है। यह ग्रुप झूठी जानकारी देकर भ्रम की स्थिति पैदा करते है। कई ग्रुप पैसों की मांग करते है और विद्यार्थियों को फर्जी पेपर उपलब्ध कराते है। इसके अलावा यह ग्रुप विद्यार्थियों को विभिन्न गेमिंग और अन्य हानिकारक सामग्री उपलब्ध कराने वाले एप्स से भी जोड़ देते है। इस वजह से विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को आर्थिक हानि होने के साथ मानसिक तकलीफ का भी सामना करना पड़ता है। यह ग्रुप जालसाजी करके विद्यार्थियों से यूपीआई डिटेल्स भी प्राप्त कर लेते है और ब्लेकमेल भी करते है। इन गतिविधियों के रोकने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जनजागरूकता अभियान चलाने का प्रयास कर रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने अभिभावकों और विद्यार्थियों से अपील की है कि उनके साथ इस तरह के कोई भी प्रस्ताव सोशल मीडिया एवं अन्य साधनों से प्राप्त होते है तो उन पर विश्वास न करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और कलेक्ट्रेट में इसकी जानकारी दें। इन सोशल ग्रुप के खिलाफ पुलिस के माध्यम से तत्काल कार्रवाई की जायेगी। विभाग ने सभी सरकारी और प्रायवेट स्कूल से इस मामले में सजग रहने के लिये कहा है। स्कूल प्रबंधकों से कहा गया है कि इस बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किया जायें।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने की अपील
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने पूर्व में इस तरह की घटनाओं को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मण्डल और स्कूल शिक्षा के विभागीय अधिकारियों को हाल ही में ली गई बैठक में जनजागरूकता चलाने के निर्देश दिये थे। उन्होंने मंडल के अधिकारियों से कहा था कि पेपर लीक के मामलें में पाएं गये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी दंडात्मक कार्यवाही की जायें। उन्होंने कहा कि विभाग अब पेपर लीक करने वाले और भ्रामक स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा।