पुलिस बल ने घेरा अस्पताल, सीसीटीवी कैमरे लगाए
भोपाल। राजधानी भोपाल के करोंद इलाके में स्थित केंद्रीय जेल में बंद 4 सिमी आतंकियों की तबियत बिगड़ गई है। प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आतंकी बीते कुछ दिनों से अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं, जिसके चलते गुरुवार 8 फरवरी को इनकी तबीयत बिगड़ गई।
तबियत के बिगड़ने के बाद इनमें से 2 आतंकियों अबू फैसल और कमरूद्दीन को जेल प्रशासन ने जेपी अस्पताल में भर्ती कराया है। जेल प्रशासन इसके बारे में शासन को लगातार अवगत करा रहा है। जेल में बंद आतंकी सामूहिक नमाज पढ़ने की अनुमति देने, न्यूज पेपर, अंडा सेल से बाहर घूमने, लाइब्रेरी की सुविधा के साथ-साथ घड़ी भी मुहैया कराने जैसी मांगें कर रहे हैं। इन मांगों को लेकर ये पहले भी भूख हड़ताल कर चुके हैं।
इधर, सिमी आतंकियों के भर्ती होने के मद्देनजर जेपी अस्पताल के प्रबंध ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक घंटे में ही बड़ी दीवार बनवा दी। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगवा दिए। इसके साथ ही अस्पताल के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इससे पहले अक्टूबर 2023 को भी भोपाल जेल में बंद सिमी आतंकी अभू फैसल और कमरुद्दीन ने भूख हड़ताल कर दी थी। इसके बाद 19 अक्टूबर को भूख के कारण वे बेहोश हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि सिमी के कुल 23 सदस्य भोपाल जेल में बंद है, जिनमें 2 आतंकी को फांसी तो वहीं 2 को उम्र कैद की सजा मिली है। इसके पहले भी सिमी आतंकी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर चुके हैं। उस वक्त जेल प्रबंधन ने सुरक्षा का हवाला देकर उनकी मांगों को मानने से इनकार कर दिया था।
छावनी में बदला अस्पताल
सिमी के दोनों आतंकियों के भर्ती किए जाने के बाद जेपी अस्पताल पूरी तरह छावनी में बदल गया है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। प्राइवेट वार्ड में भर्ती होने के कारण अंदर किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस की निगरानी में ही डॉक्टरों को पूरी जांच के बाद वार्ड में एंट्री दी जा रही है। जेल अधिकारियों ने बताया कि अबू फैजल प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन सिमी का सक्रिय सदस्य था। साथ ही आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन से भी जुड़ा हुआ था।