हल्द्वानी हिंसा: 5000 के खिलाफ FIR, 5 सुपर जोन में 7 मजिस्ट्रेट तैनात, दंगाइयों पर लगेगा NSA

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हल्द्वानी. उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. हिंसा की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 300 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. उपद्रव के बाद शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अभी तक 19 नामजद आरोपियों सहित 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस संबंध में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई है. 50 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. शुक्रवार शाम हल्द्वानी SP सिटी ने के मुताबिक, हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई है. इनमें पिता और पुत्र भी शामिल हैं. एक नाबालिग लड़के की भी मौत हुई है, जिसकी उम्र 16 साल थी. उसके सिर में गोली लगी है.

हालातों को देखते हुए कई जिलों का फोर्स यहां तैनात है. उधर, मामले में उत्तराखंड सरकार अब एक्शन में आ गई है. हल्द्वानी मामले में अब तक पुलिस ने 5000 एफआईआर दर्ज करा दी हैं. साथ ही दंगाइयों पर एनएसए लगाने की तैयारी है. अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि गुरुवार को भड़की हिंसा के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लागू है. हालातों को देखते हुए उपद्रवियों और दंगाइयों को सीधे गोली मारने के आदेश हैं. पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह ने बताया है कि हिंसा में अब तक 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है.

कई जिलों की पुलिस हाईअलर्ट पर- एसपी की ओर से कहा गया है कि हिंसा में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. करीब 60 घायलों को अस्पतालों से छुट्टी भी मिल गई है. हालातों को देखते हुए उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, रामनगर और उधम सिंह नगर में पुलिस को 24 घंटे हाईअलर्ट पर रहने का आदेश जारी किया गया है. कहा गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें.

जिलाधिकारी बोलीं- पहले से तैयार थे पेट्रोल बम- उधर, जिलाधिकारी वंदना सिंह की ओर से कहा गया है कि ये हिंसा पूरे तरह से प्लानिंग के तहत की गई है. उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र का कोई फेल्योर नहीं है, बल्कि योजना के तहत पूरे शहर को सुलगाया गया है. कानून-व्यवस्था को चुनौती दी गई है. उन्होंने मीडिया के सामने ये भी स्पष्ट किया कि भीड़ को हटाने के लिए गई पुलिस और अधिकारियों को आधे घंटे के भीतर घेर लिया गया और फिर हमला किया है. आरोपियों ने पहले से पेट्रोल बम तैयार करके रखे थे. सूत्रों की मानें तो प्रशासन अब आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करेगा.

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