इंदौर के व्यापारी ने चैट कराया था वायरल
भोपाल। आईएएस अधिकारी का फर्जी वाट्सएप चैट जारी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिस व्यक्ति ने यह चैट बनवाया था, उसकी गिरफ्तारी होनी अभी बाकी है। पुलिस उसे तलाश रही है।
राजधानी में बीते दिनों एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और एक महिला अधिकारी के बीच बातचीत का वाट्सएप चैट काफी चर्चा में रहा था। इसे वायरल किया था, इसके बाद आईएएस अधिकारी और महिला अधिकारी दोनों ने ही सायबर सेल और भोपाल पुलिस कमिश्नर को इसकी शिकायत कर इसे झूठा बताया था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो यह फर्जी पाया गया।
पुलिस के अनुसार फर्जी वॉट्सएप चैट को इंदौर के एक कारोबारी के कहने पर उसके कर्मचारी ने वायरल किया था। भोपाल की क्राइम ब्रांच पुलिस ने कर्मचारी को इंदौर से दबोच लिया है, जबकि उसका सेठ फरार होने में कामयाब रहा। क्राइम ब्रांच का कहना है कि कारोबारी के गिरफ्त में आने के बाद पता चल सकेगा कि उसने किस नीयत से फर्जी चैट के स्क्रीनशॉट वायरल करवाए।
पुलिस द्वारा जांच के लिए गठित की टीम ने आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक साधनों से पता लगाया कि इंदौर के रहने वाले जावेद मोहम्मद पिता शफी मोहम्मद खान ने अपने सेठ रमनवीर सिंह अरोरा के कहने पर उक्त फर्जी कूटरचित स्क्रीन शॉट, एप के माध्यम से बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। यह पता चलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने जावेद को गिरफ्तार कर लिया, मुख्य आरोपी रमनवीर अरोरा फरार हो गया। उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। जावेद ने पूछताछ में बताया कि वह गरीब तबके की महिलाओं को पैसों का लालच देने के बाद उनके नाम पर मोबाइल सिम खरीदता था। आरोपी इंदौर के खजराना इलाके का रहने वाला है तथा पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है।