जिताउ प्रत्याशियों पर दोनों दलों का फोकस, दिखेंगे नए चेहरे
भोपाल। प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं की सक्रियता मैदानी स्तर पर तेज हो गई है। दोनों ही दल प्रत्याशी चयन को लेकर संकेत दे चुके हैं कि मार्च माह में वे प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे। वहीं दोनों ही दलों के नेताओं ने बैठकें के अलावा अब लोकसभा क्षेत्रों को फोकस कर दौरे तेज किए हैं।
प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस लोकसभा चुनाव की जिस तरह से तैयारी की जा रही है, उसे देख लगता है कि दोनों दल प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची मार्च के पहले सप्ताह में जारी कर सकती हैं। लोकसभा चुनावों की घोषणा मार्च के मध्य होने की संभावना है। भाजपा की इस बार सभी 29 लोकसभा सीटों में जीत दर्ज करने के लक्ष्य को लेकर मैदान में सक्रिय है। पिछली बार उसने 28 सीटों में जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के खाते में सिर्फ छिंदवाड़ा गई थी। कांग्रेस ने एक सीट खजुराहो पर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। इसके बाद अब कांग्रेस प्रदेश में 28 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर फोकस कर रही है। कांग्रेस प्रदेश का नौ लोकसभा सीटों पर ज्यादा फोकस नजर आ रहा है, जहां विधानसभा चुनाव में उसने बढ़त ली है और जहां भाजपा को बराबरी की टक्कर दी है। कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार उसका प्रदर्शन पिछले चुनाव से बेहतर होगा। दोनों ही दलों से इस बात के संदेश भी दिए है ि कवे जिताउ प्रत्याशी पर ही दाव लगाएंगे। बैठकों में अब तक जिस तरह की रणनीति बनी है, उससे साफ है कि दोनों ही दल अधिकांश सीटों पर नए चेहरों पर दाव खेलने की तैयारी कर चुके हैं।
कांग्रेस ने बनाए पैनल
स्क्रीनिंग कमेटी की प्रमुख रजनी पाटिल और भंवर जितेंद्र सिंह के साथ दो अलग-अलग बैठकों में पार्टी ने प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर विचार किया। सात सीटों में सिंगल नाम रखे जाने खबर है, इनमें छिंदवाड़ा, बैतूल, धार, रीवा, सीधी, शहडोल और सागर सीटें शामिल हैं। शेष सीटों के लिए दो और तीन नामों के पैनल बनाए गए हैं। प्रत्याशियों को लेकर एक बैठक और भोपाल में हो सकती है। इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी नाम फायनल कर देगी।