MP News: इंदौर में मुंबई की एक कोऑपरेटिव सोसाइटी द्वारा 200 करोड़ के गबन का मामला सामने आया है जिसमें शिकायतकर्ताओं ने बताया कि कोऑपरेटिव सोसाइटी के कुछ लोगों ने निवेश के नाम पर उनसे लाखों रुपए लिए और कई गुना रिटर्न देने के नाम पर समिति द्वारा उन्हें किसी प्रकार का कोई रिटर्न नहीं दिया गया। जब संस्था के मेंबरों ने समिति के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने अपना पलड़ा झाड़ लिया। इसके बाद एमजी रोड थाने पर शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले में पुलिस द्वारा अब कोऑपरेटिव सोसाइटी के अधिकारी और इंदौर में जितने भी व्यक्ति निवेश के लिए आए थे उनके खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर शुरू की है। एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया कि मुंबई की एक श्री महाकाली को ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी ने इंदौर में आकर कुछ व्यक्तियों को संस्था में रुपए लगाने की बात कही थी। जब इंदौर में कई लोगों ने इस कोऑपरेटिव सोसाइटी में अपने रुपए लगा दिए तो संस्था ने यह बताया कि समिति में लगाए गए रूपयों को जल्द दुगना करके उन्हें रिटर्न दे दिया जाएगा लेकिन जब इंदौर के सभी इन्वेस्टरों को रुपए नहीं मिले तो उन्होंने थानों की शरण ली है। थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया कि कल माहेश्वरी द्वारा श्री महाकाली ग्र्रुप आफ कंपनी जो कि मुंबई के पति पर रजिस्टर्ड है समिति के कर्ताधर्ता पंकज सोलंकी, रितेश, दिलीप कुमार,भारती विजय शाह व अन्य के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। इंदौर के एमजी रोड थाने के सुख सागर अपार्टमेंट में रहने वाली ज्योति द्वारा थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी कि महाकाल कोऑपरेटिव सोसायटी मुंबई के संस्था के कुछ कर्मचारियों द्वारा ज्योति से 12,50,000 लिए गए थे, वही इंदौर के कुछ लोगों ने इस कोऑपरेटिव सोसाइटी में रुपए दुगने और टिकने करने के नाम पर इन्वेस्टमेंट कर दिया गया था वहीं कुछ समिति के बोर्ड आफ डायरेक्टर धार में भी रहते हैं।