इंदौर. एमपी के इंदौर स्थित स्कीम नम्बर 78 में रहने वाले पेटीएम के फील्ड मैनेजर (आपरेशन) देर शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मैनेजर को फांसी के फंदे पर लटकते देख पत्नी चीख पड़ी, शोर सुनकर आसपास के लोग भी एकत्र हो गए. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मर्ग कायम कर लिया है. पोस्टमार्टम के बाद आज परिजन शव लेकर ग्वालियर रवाना हो गए.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार ग्वालियर की समाधिया कालोनी में रहने वाले गौरव पिता सुरेश गुप्ता उम्र 40 वर्ष इंदौर में पेटीएम में फील्ड मैनेजर के पद पर पदस्थ रहे. गौरव की करीब 8 वर्ष पहले मोहनी से शादी हुई. जिनकी दो बेटियां भी है. गौरव बीती शाम घर पहुंचे और उन्होने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. काफी देर तक गौरव जब कमरे से बाहर नहीं आए तो पत्नी मोहनी आवाज लगाते हुए पहुंच गई. देखा तो गौरव फांसी के फंदे पर लटके हुए है. पति को इस हाल में देख मोहनी चीख पड़ी, शोर सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए. यहां तक कि कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस को शुरुआती पूछताछ में यह जानकारी लगी है कि गौरव गुप्ता कुछ दिन से जॉब को लेकर काफी परेशान थे, उन्हे नौकरी जाने का डर सता रहा था. संभवत: इसी कारण से गौरव ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है. गौरव द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर मिलते ही ग्वालियर से परिजन भी इंदौर पहुंच गए. पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर परिजन ग्वालियर के लिए रवाना हो गए. गौरतलब है कि पिछले माह पेटीएम के संबंध में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पेटीएम की ऑडिट रिपोर्ट व बाहरी ऑडिटरों की रिपोर्ट में पाया गया है कि पेटीएम द्वारा लगातार नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था. जिसके चलते बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के तहत 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक ग्राहक में कोई भी क्रेडिट-डिपॉजि़ट, ट्रांजैक्शन, वॉलेट, फॉस्ट टैग का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.