10वीं, 12वीं के विद्यार्थियों को मिलेंगे बोनस अंक

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भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियो के लिए मंडल ने बड़ा फैसला लिया गया है। इसके मुताबिक बारहवीं के छात्रों को रसायन शास्त्र में बोनस के दो अंक दिए जाएंगे. वहीं 10वीं कक्षा में अंग्रेजी विषय में बोनस अंक दिए जाएंगे।  इस संबंध में माशिमं ने आदेश जारी कर दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक कक्षा 12 वीं में रसायन शास्त्र में विद्यार्थियों को 2 अंक बोनस दिए जाएंगे। इसके अलावा गणित में चार प्रश्नों के उत्तर में  गलती होने पर भी विद्यार्थियों द्वारा अन्य विधि से सही हल किए जाने पर भी अंक प्रदान करने के किए जाएंगे। 12वीं के रसायन शास्त्र (केमिस्ट्री) के दो प्रश्नों में गलती मिली है। इसे लेकर ही मंडल ने तय किया कि छात्रों को बोनस अंक दिए जाएंगे। रसायन शास्त्र के पेपर के सेट ए का प्रश्न पाठ्यपुस्तक से बाहर से प्रश्न पूछे जाने के कारण एक बोनस अंक मिलेगा। वहीं कक्षा दसवीं के अंग्रेजी माध्यम में अनुवाद की त्रुटि होने के कारण प्रश्न के अर्थ बदल जाएगा, परिवर्तन इस कारण अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों को एक अंक का बोनस मिलेगा। बोर्ड ने अब इन पेपरों का मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों को त्रुटि सुधार कर कॉपी जांचने के निर्देश दिए हैं।
4 आदिवासी संस्कृति से रूबरू कराने भगौरिया कैपिंग
भोपाल। आदिवासियों के पर्व भगौरिया से लोगों को रूबरू कराने के लिए प्रदेश में पहली बार ईको पर्यटन विकास ने अलीराजपुर में भगौरिया कैपिंग की शुरुआत की है। इसके जरिए पर्यटकों के वहां ठहरने और उन्हें भगौरिया पर्व दिखाने की व्यवस्था की है।
होली के पहले आदिवासी समाज खासकर मालवा अंचल के आदिवासी भगौरिया पर्व मनाते हैं। इसकी ध्ूम करीब सप्ताह भर चलती है। इस वर्श भी यह पर्व शुरू हो गया है, जो 24 मार्च तक चलेगा। आदिवासियों के इस पर्व और आदिवासी संस्कृति से लोगों खासकर पर्यटकों के रूबरू कराने के लिए इस साल ईको पर्यटन विकास ने खास तैयारी की है। ईको पर्यटन विकास बोर्ड ने बखतगढ़ में अपने रेस्ट हाउस के पास कैंपिंग स्थल लगाया है, जिसे ‘भगोरिया कैंपिंग’ का नाम दिया गया है। इसमें 14 टेंट लगाए गए हैं। एक टेंट में दो लोग रह सकते हैं। वनमंडल आलीराजपुर की वन समितियां इसका आयोजन भोपाल की ‘कठोतिया ईको पर्यटन समिति’ के साथ कर रही है।
पारंपरिक व्यंजन की भी व्यवस्था
कैंपिंग में आने वाले पर्यटकों को स्थानीय पारंपरिक व्यंजन जैसे दाल कचोरी, दाल पानिया, लहसुन की चटनी, मक्का की रोटी भी परोसने का इंतजाम किया है। पर्यटकों को भगोरिया तो दिखाया ही जाएगा, इसके अलावा यहां बोनफायर जैसी एक्टिविटी भी होगी। स्थानीय वन समितियां भी वहां की पारंपरिक संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू करवाएंगी।

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