अधर्मी धर्मपाल ने ले ली सुंदर मनमोहक बगीया की जान

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विश्व वानिकी दिवस की पूर्व संध्या पर मुलताई जनपद में हरे भरे वृक्षों की बलि
ंमुलताई, जिले की मुलताई जनपद कार्यालय के सामने जनपद क्षेत्र के सरपंच सचिव के सहयोग एवं जन भागीदारी से तत्कालीन सीईओ वीके त्रिपाठी की 1 वर्ष की मेहनत से बनाया गया हरा भरा बगीचा विश्व वानिकी दिवस की पूर्व संध्या पर मुलताई जनपद द्वारा तहस – नहस कर उस स्थान पर 20 साल पहले लगाए गए पौधे जो वृक्ष बनाकर लहलहाने लगे थे उन्हे बेरहमी से काट कर कुछ को जेसीबी मशीन से उखाड़ फेंका गया। अब मुलताई जनपद पंचायत बगीचे के स्थान पर जनपद कार्यालय मूलभूत सुविधा के लिए उपयोग होने वाली राशि 15 वित्त आयोग से 13 लाख की लागत से अब यहां पांच व्यावसायिक दुकान बनाने जा रहा है। मुलताई जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी के तुगलकी फरमाने से आस्था एवं पवित्र नगरी मुलतापी के पर्यावरण प्रेमी अच्छे – खासे नाराज नजर आ रहे है। जानकार सूत्र बताते है कि मुलताई जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आनन – फानन में इस बगीचे को उजाडऩे के आदेश जारी कर डाले। जानकार सूत्रो का मानना है कि जनपद पंचायत मुलताई ने निर्माण प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी भी कर डाली। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जनपद कार्यालय के समक्ष कीमती भूमि और हरा भरा गार्डन जो संपूर्ण कार्यालय की शोभा था उसे तोड़कर दुकान बना कर मुलताई जनपद सीईओ किसको लाभ पहुंचाना चाह रहे है। जनपद सीइओ से यह पूछे जाने पर की कार्यालय के सामने अच्छा वातावरण निर्मित हो इसके लिए गार्डन का निर्माण किया जाता है और दूसरी ओर मुलताई जनपद कार्यालय के सामने के वर्षों पुराने बगीचे को उखाड़ कर फेंका जा रहा है इस सवाल का सीईओ धर्मपाल सिंह अपनी ढपली अपना ही राग अलापते है। उनका कहना है कि पेड़ पौधो से किसी को रोजगार थोड़े मिलता है। गार्डन घुमने का स्थान बन कर न रह जाए इसलिए इसे व्यवसायिक परिसर बनाया जा रहा है। गार्डन के स्थान पर व्यवसायिक परिसर बनाने का पहले का प्रस्ताव था हम इस प्रस्ताव को आगे बढ़ा रहे हैं। विभागीय लोगों को मानना है कि यह जनपद की आय बढ़ाने के उद्देश्य किया जा रहा है किंतु जानकारो का मानना है कि यह यह तथ्य औचित्यहीन है क्योंकि अगर प्रति दुकान का किराया एक हजार रू प्रति महीना भी मान लिया जाए तो पांच दुकानों से प्रतिवर्ष जनपद कार्यालय को आय मात्र 60 हजार रुपए होगी और 60 हजार रुपए वार्षिक आय के लिए 13 लख रुपए खर्च कर हरे भरे बगीचे की बलि चढ़ाना न्याय संगत दिखाई नहीं देता। जनपद कार्यालय के सामने बना हरा भरा बगीचा संपूर्ण जिले में मुलताई जनपद कार्यालय को अन्य कार्यालय से अलग करता था इस बगीचे की एक विशेषता यह भी थी कि यह लगभग 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन सीईओ वी के त्रिपाठी की यादों से जुड़ा था उनके एक वर्ष की मेहनत से मुलताई नगर के बीचो – बीच एक सुंदर बगीचा बन चुका था। इस गार्डन की पूर्व के कलेक्टर और कमिश्नर भी देखने के बाद इसकी तारीफो के पूल बांधते देखे गए है। जनपद पंचायत के सामने बनी उस बगीया में दूर – दूर से सुंदर – फलदार और छायादार लाकर लगाए गए थे जो समय के साथ वृक्ष बनकर लहलहा रहे थे लेकिन अधर्मी धरमपाल सिंह की बैरी नजर ने उस बगीया की जान ले ली।

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