गुना सांसद को बैतूल-होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र का सौंपा प्रभार
भोपाल। गुना के सांसद केपी यादव का भाजपा ने पहले तो टिकट काटकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रत्याशी बना दिया। इसके बाद यादव को संगठन ने बैतूल और होशंगाबाद संसदीय सीट का प्रभारी बनाकर उन्हें गुना संसदीय क्षेत्र से ही बाहर भेज दिया। संगठन को यहां पर भीतरघात की आशंका थी, संभवतः इसके लिए यह कदम उठाया गया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को करारी हार देकर सांसद बने के पी यादव पर भाजपा ने इस बार भरोसा नहीं जताया। उनका टिकट काटकर शिवपुरी-गुना संसदीय सीट पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है। इसके बाद यादव ने विरोध करने के बजाय मौन रहना उचित समझा। मगर अब भाजपा ने उन्हें बैतूल और होशंगाबाद संसदीय सीट का प्रभारी बना कर भेज दिया। इससे यादव समर्थकों में नाराजगी दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि संगठन को गुना संसदीय सीट पर उनके रहते भितरघात की आशंका रही होगी, इसके चलते यह कदम उठाया गया है। संगठन की ओर से उन्हें बैतूल और होशंगाबाद का प्रभार देने को लेकर कहा जा रहा है कि उनकी उपयोगिता दूसरे चरण के मतदान वाले बैतूल और होशंगाबाद में पहले थी। इसके चलते उन्हें यह प्रभार सौंपा गया है। वैसे भी गुना में तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना हैं। जबकि बैतूल और होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र में दूसरे चरण के अंतर्गत 26 अप्रैल को मतदान होना है।
गौरतलब है कि गुना संसदीय सीट पर यादव समाज का खासा प्रभाव है और यादव समाज के पी यादव को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से खफा नजर आ रहा था। इस बीच कांग्रेस ने यादव समाज के युवा को उम्मीदवार बना दिया। इसके चलते भाजपा संगठन चिंतित हुआ है।