संसदीय क्षेत्र में पांच साल में ही सासंद से उठा गया विश्वास को अब मोदी का सहारा
बैतूल, जिले के अधिकांश भाजपाई भले ही इस बात से खुश है कि पिछली बार भारी मतो से जीते भाजपा प्रत्याशी एवं निर्वतमान सासंद डी डी उइके चार लाख न सही ढाई लाख से जीतने वाले है लेकिन पिछली बार के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने भले ही 8 विधानसभा में से 6 पर विजय श्री पा ली लेकिन सच्चाई इतनी कड़वी है कि लोग पी नहीं पा रहे है। पूरे ससंदीय क्षेत्र में भाजपा की विधानसभा में लीड़ लगभग लाख सवा लाख के बीच की है वह भी तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ट्रम कार्ड लाड़ली बहना चल पड़ा लेकिन इस बार लाड़ली बहना अपने भैया के न होने से मायूस है साथ ही भाजपा की वादा खिलाफी से बेहद खफा भी है क्योकि उनके खाते में 3 हजार रूपये नहीं पहुंच पाए। ऐसे में ठगी महसुस कर ही लाड़ली बहना अपने भाई की मुख्यमंत्री की कुर्सी गवाने के बाद क्या अपने भाई के संग हुए कथित नाइंसाफी को बर्दास्त कर पाएगी…? सवाल तो अपनी जगह यह भी है कि घोड़ाडोंगरी विधानसभा एवं भैसदेही विधानसभा को जयस के खड़ा होने के चलते अपनी झोली में ले चुकी भाजपा को इंडिया गठबंधन के खाते के वोटो को सेंधमारी करने में पसीना आ रहा है। भाजपा के पूर्व विधायक एवं जिला पंचायत अध्यक्ष रहे मंगल सिंह चुनाव घोषणा के बाद से अज्ञात राजनैतिक वनवास में है। बैतूल जिले में आदिवासी समाज की पहचान जल – जमीन जंगल से है। इस बार के चुनाव में जल – जमीन – जंगल तो अपनी जगह स्थिर है लेकिन भाजपा के पास मंगल सिंह धुर्वे नहीं है..? अपनी विधानसभा और लोकसभा की टिकट कट जाने के बाद से मंगल सिंह ने भाजपा से लगभग दूरियां बना रखी है। बैतूल में आयोजित मुख्यमंत्री की आम सभा से लेकर नामाकंन दाखिल करते समय मंगल सिंह का चेहरा लोगो को दिखाई नहीं पड़ा। ऐसे में भाजपा में सब कुछ मंगल मय जैसा है यह कहना न्यास संगत नहीं है। पीएम हाऊस तक बैतूल ससंदीय क्षेत्र के हालात पहुंच चुके है इसलिए पीएम ने अपना दौरा कार्यक्रम बीते चुनाव मे गवा चुकी हरदा – टिमरनी विधानसभा क्षेत्र का बनाया है। आदिवासी बाहुल्य बैतूल – हरदा- हरसूद संसदीय क्षेत्र की जीत की अब जवाबदारी पीएम के दौरे पर आ चुकी है। आने वाली 24 तारीख को पीएम हरदा जैसे जिले में जहां भाजपा का पूरी तरह से सुपड़ा साफ हो चुका है वहां पर करने के पीछे मंशा यह है कि वहां पर मोदी ग्यारंटी के बहाने पिछली बार विधानसभा चुनाव में हुई हार के अंतर को कम कर सके।