विवेक तन्खा ने मंडी बंद करने और स्कूली बच्चों को लेकर उठाए सवाल
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को राजधानी भोपाल के साथ हरदा और सागर में चुनावी सभाएं करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले हरदा पुलिस अधीक्षक के एक पत्र पर सियासत शुरू हो गई। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इस पर सवाल खड़े किए हैं।
दरअसल, हरदा के पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे ने कलेक्टर आदित्यराज सिंह को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा और ट्रैफिक जाम का हवाला देकर कृषि उपज मंडी बंद रखने का प्रस्ताव दिया है। कांग्रेस ने इस सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी सुविधा हमे भी मिलेगी क्या? राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने चुनाव आयोग, मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को टैग कर मामले को संज्ञान में लेने और ऐसे अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। हालांकि, कलेक्टर आदित्य राज सिंह का कहना है कि पुलिस अधीक्षक ने सुझाव दिया है, लेकिन मंडी बंद कराने जैसा निर्णय नहीं लिया गया। निजी जमीन पर कार्यक्रम की सहमति भाजपा ने उपलब्ध कराई है, जिस आधार पर कार्यक्रम की अनुमति दी गई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को राजधानी भोपाल में रोड शो करेंगे। इससे पहले वह सागर और बैतूल लोकसभा क्षेत्र के हरदा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनाव के दौरान 15 दिन में प्रधानमंत्री मोदी का यह पांचवा मध्य प्रदेश का दौरा है। 7 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी जबलपुर, 9 अप्रैल को बालाघाट, 14 अप्रैल को पिपरिया और 19 अप्रैल को दमोह में रैली की थी।
विवेक तन्खा ने उठाए यह सवाल
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने सोशल मीडिया पर पर हरदा पुलिस अधीक्षक का पत्र पोस्ट कर लिखा है, क्या इस तरह से कृषि उपज मंडी इंडिया अलायंस की बैठक या सभा के लिए प्रशासन कराएगा ? या फिर मीटिंग सीमित करने आदेश देगा? जैसे कि दिल्ली के रामलीला मैदान में कंडीशंस लगाई थीं। विवेक तन्खा ने पूछा मप्र का चुनाव प्रशासन लड़ा रहा है क्या? तन्खा ने सोशल मीडिया पर वीडियो रिलीज कर कहा, प्रधानमंत्री का पद बहुत सामान्य है। उनके रोड शो और रैलियों में सामान्य रूप से लोग पहुंचते हैं। हरदा में बिना परमिशन के निजी ज़मीन टेकओवर कर ली। प्रशासन ने मंडी बंद कर दी। भोपाल में स्टूडेंट्स को रोड-शो में भेजने स्कूल संचालकों पर दबाव बनाया जा रहा है। जो कि अनुचित है।