प्रदेश दस विधायकों ने अपने क्षेत्रों में कराया खूब मतदान
भोपाल। प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों के लिए मतदान हो गया है। इन लोकसभा क्षेत्रों के दस विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में खूब मतदान कराया। इनमें छिंदवाड़ा जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र भी ष्शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण से लेकर आखिरी चरण तक के हुए मतदान में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार भाजपा और कांग्रेस को खासी जद्दोजहद करनी पड़ी। खासकर पहले दो चरणों में कम मतदान होने से भाजपा में चिंता बढ़ी थी और केन्द्रीय नेतृत्व ने विधायकों और मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान ज्यादा कराने को कहा था। इसके के बाद भी कई विधायकों के क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत उतना नहीं बढ़ा जितना भाजपा का नेतृत्व चाहता था। निर्वाचन आयोग ने भी खूब प्रयास किए कि मतदान का प्रतिशत बढ़ जाए, मगर अंतिम चरण होने के बाद देखा गया कि 2019 से भी कम मतदान का प्रतिशत प्रदेश में रहा है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान सैलाना विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। इस विधानसभा सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार हैं। यहां पर प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान 84.37 प्रतिशत हुआ है। इसके बाद छिंदवाड़ा लोकसभा के अंतर्गत आने वाले अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 82.70 प्रतिशत, जुन्नारदेव में 81.86 प्रतिशत, बुधनी में 81.54 प्रतिशत, सौंसर में 80.84 प्रतिशत, पांढुर्णा में 80.66 प्रतिशत, रतलाम ग्रामीण में 80.56 प्रतिशत, चौरई में 80.51 प्रतिशत, इच्छावर में 80.27 प्रतिशत, बैतूल के भैंसदेही में 79.56 प्रतिशत मतदान हुआ है। ये दस विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर प्रदेश के अन्य विधानसभा क्षेत्रों की अपेक्षा सबसे ज्यादा मतदान हुआ है।
भोपाल। प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों के लिए मतदान हो गया है। इन लोकसभा क्षेत्रों के दस विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में खूब मतदान कराया। इनमें छिंदवाड़ा जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र भी ष्शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण से लेकर आखिरी चरण तक के हुए मतदान में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार भाजपा और कांग्रेस को खासी जद्दोजहद करनी पड़ी। खासकर पहले दो चरणों में कम मतदान होने से भाजपा में चिंता बढ़ी थी और केन्द्रीय नेतृत्व ने विधायकों और मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान ज्यादा कराने को कहा था। इसके के बाद भी कई विधायकों के क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत उतना नहीं बढ़ा जितना भाजपा का नेतृत्व चाहता था। निर्वाचन आयोग ने भी खूब प्रयास किए कि मतदान का प्रतिशत बढ़ जाए, मगर अंतिम चरण होने के बाद देखा गया कि 2019 से भी कम मतदान का प्रतिशत प्रदेश में रहा है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान सैलाना विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। इस विधानसभा सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार हैं। यहां पर प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान 84.37 प्रतिशत हुआ है। इसके बाद छिंदवाड़ा लोकसभा के अंतर्गत आने वाले अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 82.70 प्रतिशत, जुन्नारदेव में 81.86 प्रतिशत, बुधनी में 81.54 प्रतिशत, सौंसर में 80.84 प्रतिशत, पांढुर्णा में 80.66 प्रतिशत, रतलाम ग्रामीण में 80.56 प्रतिशत, चौरई में 80.51 प्रतिशत, इच्छावर में 80.27 प्रतिशत, बैतूल के भैंसदेही में 79.56 प्रतिशत मतदान हुआ है। ये दस विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर प्रदेश के अन्य विधानसभा क्षेत्रों की अपेक्षा सबसे ज्यादा मतदान हुआ है।