नई दिल्ली. कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड जिन्हें लगाई गई है उन्हें एकर दुर्लभ बीमारी का सामना करना पड़ सकता है. कोविशील्ड वालों को खून का थक्का जमने वाली बीमारी हो सकती है. यह खुलासा एक नई रिसर्च में हुआ है. ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मा कंपनी एस्ट्रोजेनेका ने हाल ही में दुनियाभर से अपने कोविड-19 वैक्सीन को वापस लेनी शुरु की थी. इस रिसर्च ने लोगों के बीच एक और हैरानी पैदा कर दी है. रिसर्चर्स ने बताया है कि एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन प्रेरित इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया और थ्रोम्बोसिस (वीआईटीटी) दुर्लभ बीमारी हो सकती है जिसमें रक्त का थक्का बन जाता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने अपने शोध में बताया है कि VITT 2021 कोई नई बीमारी नहीं है. यहन बीमारी कोविड-19 महामारी के दौरान ही उभरी थी. यह बीमारी कोविशील्ड वैक्सीन प्रयोग होने के बाद सामने आई. फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट की यह स्टडी न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुई थी. क्या है टीटीएस- टीटीएस एक दुर्लभ दुष्प्रभाव है, जिसके कारण लोगों में खून के थक्के बन सकते हैं और खून में प्लेटलेट की संख्या कम हो सकती है. इसे ब्रिटेन में कम से कम 81 लोगों की मौत के साथ जोड़ा गया है. कंपनी ने स्वेच्छा से यूरोप और अन्य वैश्विक बाजारों से अपने कोविड वैक्सीन के भी वापस ले लिया है.टीटीएस एक रेयर डिजीज है. इससे पीड़ित होने पर शरीर में रक्त के थक्के जमने लगते हैं और खून में प्लेटलेट्स की संख्या भी कम हो जाती है. ब्रिटेन में होने वाली 81 लोगों की मौतें इससे जोड़ी गई हैं. एस्ट्रोजेनेका ने यूरोप और अन्य बाजारों से कोविड वैक्सीन को वापस मंगा लिया है.