भोपाल। राजधानी भोपाल से तीन रूट पर वंदे भारत मेट्रो ट्रेन पहले चरण के दौरान चलाई जाएगी। रेल मंत्रालय की तरफ से इन ट्रेनों का पूरा शेड्यूल जून अंत तक जारी किए जाने की संभावना है। वंदे भारत मेट्रो के संचालन का मुख्य उद्देश्य राजधानी भोपाल के आसपास 200 किलोमीटर तक की दूरी वाले शहरों में रोजाना रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को सुविधाजनक सफर मुहैया कराना है।
राजधानी भोपाल के आसपास के इलाकों में रोजाना कई लोग नौकरी, पढ़ाई, रोजगार, मजदूरी और व्यापार करने के लिए आसपास के शहरों तक ट्रेन से सफर करते हैं। ऐसे में सामान्य ट्रेनों में लोड बढ़ जाता है। बताया जा रहा है कि इससे लंबी दूरी की ट्रेनों का लोड कम हो सकता है। इस समय लंबी दूरी की ट्रेनों में इस श्रेणी की यात्रा करने वाले यात्रियों का लोड लगभग 20 से 25 फीसदी तक प्रतिदिन रहता है।
जानकारी के अनुसार, वंदे भारत मेट्रो की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। वहीं अगर इसके किराए की बात करें तो जिस मार्ग पर ये मेट्रो चलेगी उससे संबंधित रूट पर चलने वाली ट्रेनों की स्लीपर श्रेणी के बराबर या उससे 15 फीसदी तक अधिक किराया हो सकता है। पहले दौर में 200 किलोमीटर तक के रेलवे स्टेशनों को कवर करने की प्लानिंग है। इसमें भोपाल से होशंगाबाद और इटारसी होकर बैतूल तक का पहला मेट्रो रूट हो सकता है। इसके साथ ही अन्य मार्ग की बात करें तो भोपाल से बीना होकर सागर तक और भोपाल से सीहोर-शुजालपुर होते हुए शाजापुर तक वंदे भारत मेट्रो चलाई जाएगी. इन मार्गों में बदलाव भी हो सकता है।
बता दें कि रेल मंत्रालय ने 8-10 कोच वाली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की घोषणा बजट के दौरान की थी। उसी संबंध में 10 जोनल मुख्यालयों को कहा गया था कि अपने-अपने रेल मुख्यालयों के अंतर्गत आने वाले रेल मंडल वंदे भारत मेट्रो का रूट तय करें. इस पर काम करते हुए भोपाल, जबलपुर और रतलाम रेल मंडलों ने कुछ रूट तय कर दिए है।