मैजिक एप से आवाज बदलकर छात्राओं को बुलाते थे युवक
भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में आवाज बदलने वाले मैजिक वॉइस एप के जरिए तीन युवकों ने 7 से अधिक छात्राओं को झांसा देकर उनके साथ दुष्कर्म किया। सभी पीड़िताएं आदिवासी वर्ग की हैं। चार छात्राओं द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश सहित राहुल और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी आवाज बदलने वाले मैजिक वॉइस एप के जरिये कॉलेज छात्राओं को झांसा देकर उनके साथ दुष्कर्म करते थे। आरोपी एप से कॉलेज टीचर बनकर महिला की आवाज में बात करते थे और स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज मंगवाने के नाम पर सुनसान जगह बुलाते थे। इतना ही नहीं आरोपी शक के घेरे में ना आएं, इसके लिए छात्राओं को पहले ही बता देते थे कि उन्हें तय स्थान पर लेने के लिए एक लड़का बाइक से आएगा जो उन्हें टीचर के पास पहुंचा देगा। आरोपी उन कॉलेज छात्राओं को निशाना बनाते थे, जहां छात्रवृत्ति मिलती है। अनपढ़ है मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि कि मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति (30) अनपढ़ है और पेशे से मजदूर है। उसने यूट्यूब से इस तरह के आवाज बदलने वाले एप की जानकारी ली और मैजिक वायस ऐप को डाउनलोड किया था। चार छात्राओं ने एफआईआर दर्ज कराई। एक पीड़िता ने मुख्य आरोपी के हाथ पर जलने का निशान देखा था, उसी से आरोपी की पहचान हुई। शिकायत दर्ज कराने के बाद लोकेशन टेक कर आरोपी को गिरफतार किया।
सात छात्राओं के साथ किया बलात्कार
गिरफ्तारी के बाद दो और लोगों के नाम सामने आए। इन्हें भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने सात छात्राओं के साथ बलात्कार किए जाने की बात कबूली है। आरोपियों ने बताया कि जिले के एक सरकारी कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से छात्राओं के फोन नंबर निकाले थे। जिसके बाद रंजना मैडम बनकर छात्राओं को कई बार कॉल कर उन्हें विश्वास में लेते थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, वे ये सब तीन महीने से कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गठित की एसआईटी, सात दिन में देगी रिपोर्ट
सीधी की घटना को लेकर मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने निर्देश दिए है कि सीधी में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के साथ हुई घटना की जांच एसआईटी करेगी। महिला डीएसपी को एसआईटी जांच की कमान सौंपी गई है। 9 सदस्यीय टीम मामले की पूरी जांच करेगी। टीम को 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने और ठोस साक्ष्य संकलित करने के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। जो संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।
नेता प्रतिपक्ष ने की सीबीआई जांच की मांग
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सीधी की घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीधी घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल सीधी भी जाएगा। नेता प्रतिपक्ष सिंघार के निर्देश पर विधायकों का एक दल सीधी जाएगा।
विशेष टास्क फोर्स का करें गठन : कमलनाथ
प्रदेश के सीधी ज़िले में स्कॉलरशिप का झाँसा देकर सात आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का समाचार अत्यंत व्यथित करने वाला है। मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार और महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार का समाचार सामने न आता हो। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूँ कि सभी पीड़ित छात्राओं को समुचित आर्थिक सहायता दी जाए। इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जाए। बेटियों से अत्याचार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाए? मुख्यमंत्री प्रदेश में आदिवासी बच्चियों की सुरक्षा के लिए विशेष टास्क फ़ोर्स का गठन करें ताकि आदिवासी समाज की बच्चियां समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें और अपने भविष्य का निर्माण कर सकें।
भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में आवाज बदलने वाले मैजिक वॉइस एप के जरिए तीन युवकों ने 7 से अधिक छात्राओं को झांसा देकर उनके साथ दुष्कर्म किया। सभी पीड़िताएं आदिवासी वर्ग की हैं। चार छात्राओं द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश सहित राहुल और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी आवाज बदलने वाले मैजिक वॉइस एप के जरिये कॉलेज छात्राओं को झांसा देकर उनके साथ दुष्कर्म करते थे। आरोपी एप से कॉलेज टीचर बनकर महिला की आवाज में बात करते थे और स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज मंगवाने के नाम पर सुनसान जगह बुलाते थे। इतना ही नहीं आरोपी शक के घेरे में ना आएं, इसके लिए छात्राओं को पहले ही बता देते थे कि उन्हें तय स्थान पर लेने के लिए एक लड़का बाइक से आएगा जो उन्हें टीचर के पास पहुंचा देगा। आरोपी उन कॉलेज छात्राओं को निशाना बनाते थे, जहां छात्रवृत्ति मिलती है। अनपढ़ है मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि कि मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति (30) अनपढ़ है और पेशे से मजदूर है। उसने यूट्यूब से इस तरह के आवाज बदलने वाले एप की जानकारी ली और मैजिक वायस ऐप को डाउनलोड किया था। चार छात्राओं ने एफआईआर दर्ज कराई। एक पीड़िता ने मुख्य आरोपी के हाथ पर जलने का निशान देखा था, उसी से आरोपी की पहचान हुई। शिकायत दर्ज कराने के बाद लोकेशन टेक कर आरोपी को गिरफतार किया।
सात छात्राओं के साथ किया बलात्कार
गिरफ्तारी के बाद दो और लोगों के नाम सामने आए। इन्हें भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने सात छात्राओं के साथ बलात्कार किए जाने की बात कबूली है। आरोपियों ने बताया कि जिले के एक सरकारी कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से छात्राओं के फोन नंबर निकाले थे। जिसके बाद रंजना मैडम बनकर छात्राओं को कई बार कॉल कर उन्हें विश्वास में लेते थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, वे ये सब तीन महीने से कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गठित की एसआईटी, सात दिन में देगी रिपोर्ट
सीधी की घटना को लेकर मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने निर्देश दिए है कि सीधी में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के साथ हुई घटना की जांच एसआईटी करेगी। महिला डीएसपी को एसआईटी जांच की कमान सौंपी गई है। 9 सदस्यीय टीम मामले की पूरी जांच करेगी। टीम को 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने और ठोस साक्ष्य संकलित करने के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। जो संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।
नेता प्रतिपक्ष ने की सीबीआई जांच की मांग
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सीधी की घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीधी घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल सीधी भी जाएगा। नेता प्रतिपक्ष सिंघार के निर्देश पर विधायकों का एक दल सीधी जाएगा।
विशेष टास्क फोर्स का करें गठन : कमलनाथ
प्रदेश के सीधी ज़िले में स्कॉलरशिप का झाँसा देकर सात आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का समाचार अत्यंत व्यथित करने वाला है। मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार और महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार का समाचार सामने न आता हो। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूँ कि सभी पीड़ित छात्राओं को समुचित आर्थिक सहायता दी जाए। इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जाए। बेटियों से अत्याचार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाए? मुख्यमंत्री प्रदेश में आदिवासी बच्चियों की सुरक्षा के लिए विशेष टास्क फ़ोर्स का गठन करें ताकि आदिवासी समाज की बच्चियां समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें और अपने भविष्य का निर्माण कर सकें।