भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में फेल ढाई लाख विद्यार्थियों की परीक्षा फिर शुरू हो गई है। उत्तर पुस्तिका जांचने के लिए नियम तैयार कर दिशा निर्देश दिए गए हैं। उत्तर पुस्तिका की जांच में मूल्यांकनकर्ता कोई गलती करता है तो मुख्य परीक्षक पर भी कार्रवाई होगी। इसके लिए संभाग स्तर पर मूल्यांकन केंद्र बनाए जा रहे हैं।
बता दें कि रुक जाना नहीं परंपरागत 10 वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा पांचवी और आठवीं की बोर्ड की परीक्षा आ अब लौट चलें सहित अन्य परीक्षाओं के तहत 20 मई से परीक्षा शुरू हुई है। राज्य ओपन बोर्ड परीक्षा में प्रदेशभर से करीब ढाई लाख विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। इसमें मदरसा बोर्ड और आईटीआई में दाखिला ले चुके विद्यार्थी भी शामिल है। एक हफ्ते में आठवीं और दसवीं की परीक्षा जून के पहले हफ्ते तक खत्म होगी, लिहाजा ओपन बोर्ड उत्तर परीक्षाओं को तेजी से जांचने की तैयारी कर रहा है ताकि जल्द से जल्द रिजल्ट जारी किया जा सके। हालांकि कुछ विषयों में शिक्षकों की कमी सामने आ रही है। इसके लिए निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर मुख्य परीक्षक की भी जिम्मेदारी तय हुई है। केंद्र पर हुई कोई भी गलती के लिए वह जिम्मेदार होगा।
बता दें कि रुक जाना नहीं परंपरागत 10 वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा पांचवी और आठवीं की बोर्ड की परीक्षा आ अब लौट चलें सहित अन्य परीक्षाओं के तहत 20 मई से परीक्षा शुरू हुई है। राज्य ओपन बोर्ड परीक्षा में प्रदेशभर से करीब ढाई लाख विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। इसमें मदरसा बोर्ड और आईटीआई में दाखिला ले चुके विद्यार्थी भी शामिल है। एक हफ्ते में आठवीं और दसवीं की परीक्षा जून के पहले हफ्ते तक खत्म होगी, लिहाजा ओपन बोर्ड उत्तर परीक्षाओं को तेजी से जांचने की तैयारी कर रहा है ताकि जल्द से जल्द रिजल्ट जारी किया जा सके। हालांकि कुछ विषयों में शिक्षकों की कमी सामने आ रही है। इसके लिए निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर मुख्य परीक्षक की भी जिम्मेदारी तय हुई है। केंद्र पर हुई कोई भी गलती के लिए वह जिम्मेदार होगा।